कन्निका परमेश्वरी गायत्री मंत्र एक दिव्य और शक्तिशाली मंत्र है, जिसे देवी कन्निका परमेश्वरी की उपासना के लिए विशेष रूप से उच्चारित किया जाता है। देवी कन्निका परमेश्वरी का रूप शक्ति, ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक है।Kannika Parameshwari Gayatri mantra का महत्त्व भारतीय धर्म और संस्कृति में अत्यधिक है, क्योंकि वे शक्ति, समृद्धि, और विद्या की देवी मानी जाती हैं।
यह मंत्र विशेष रूप से देवी कन्निका परमेश्वरी के शक्तिशाली रूप को प्रणाम करते हुए, उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने का एक दिव्य साधन है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति की आध्यात्मिक और भौतिक समस्याओं का समाधान होता है और वह जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त करता है। यह मंत्र निम्नलिखित प्रकार से है –
कन्निका परमेश्वरी गायत्री मंत्र
ॐ बाल रूपिणी विद्महे परमेश्वरि धीमहि, तन्नो कन्या प्रचोदयात्।
इस मंत्र के माध्यम से व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक शक्ति मिलती है और वह जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है। इनके अलावा आप अन्य देवियों की भक्ति और आराधन कर सकते है और उनके मंत्र जैसे varahi gayatri mantra, radha gayatri mantra, saraswati gayatri mantra और durga gayatri mantra का जाप भी कर सकते है।
Kannika Parameshwari Gayatri mantra मंत्र की जाप विधि
मंत्र का जाप एक शुद्ध और पवित्र वातावरण में करना चाहिए, ताकि मंत्र का प्रभाव अधिकतम हो। इसके लिए कुछ विशेष विधियां हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए मंत्र का जाप किया जा सकता है:
- स्थान का चयन: मंत्र का जाप करने के लिए एक शांत और पवित्र स्थान का चयन करें। यह स्थान ऐसा होना चाहिए, जहाँ कोई विघ्न न हो। पूजा स्थल या मंदिर एक उपयुक्त स्थान हो सकता है, लेकिन घर में भी एक शांत जगह पर मंत्र जाप किया जा सकता है।
- शुद्धता: मंत्र का जाप करने से पहले स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें। इसके अलावा, मन को भी शुद्ध करने का प्रयास करें। मंत्र का प्रभाव तभी सही रूप से होता है जब व्यक्ति का मन शुद्ध और एकाग्रित हो।
- माला का उपयोग: इस गायत्री मंत्र का जाप 108 बार माला के माध्यम से करना चाहिए। माला का उपयोग जाप की संख्या को ध्यान से गिनने में मदद करता है और यह साधना को व्यवस्थित और क्रमबद्ध बनाता है।
- मंत्र का उच्चारण: मंत्र का उच्चारण करते समय हर शब्द को स्पष्ट रूप से और ध्यानपूर्वक बोलें। मंत्र के उच्चारण की सही गति और स्वर महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि यह व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक अवस्था को प्रभावित करता है।
- एकाग्रता: मंत्र का जाप करते समय अपने मन को देवी कन्निका परमेश्वरी के दिव्य रूप पर केंद्रित रखें। यह ध्यान और एकाग्रता मंत्र के प्रभाव को और अधिक बढ़ाता है। मानसिक शांति और ध्यान से मंत्र का उच्चारण करें।
- समय का चयन: मंत्र का जाप सुबह के समय, विशेष रूप से ब्रह्म मुहूर्त (प्रातः 4 से 6 बजे के बीच) में करना सबसे उपयुक्त होता है। यह समय वातावरण में शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
कन्निका परमेश्वरी माँ के गायत्री मंत्र के लाभ
गायत्री मंत्र के जाप से व्यक्ति को अनेक प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं। इस मंत्र के जाप से व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि, और सफलता का वास होता है। कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:
- आध्यात्मिक शक्ति: परमेश्वरी गायत्री मंत्र का जाप व्यक्ति को आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है। यह व्यक्ति को आत्मज्ञान की ओर अग्रसर करता है और आत्मा की शुद्धि में सहायक होता है।
- ऐश्वर्य की प्राप्ति: इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को धन, समृद्धि, और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। यह मंत्र आर्थिक समस्याओं का समाधान करने में भी सहायक है।
- संतुलन: मंत्र का जाप मानसिक शांति और संतुलन को बढ़ाता है। यह नकारात्मक विचारों और मानसिक चिंताओं को समाप्त करने में मदद करता है।
- स्वास्थ्य: कन्निका जी के गायत्री मंत्र के नियमित जाप से शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। यह शरीर में ऊर्जा का संचार करता है और व्यक्ति को स्वस्थ बनाए रखता है।
- समाधान: मंत्र का जाप जीवन की कठिनाइयों और विघ्न-बाधाओं को दूर करने में सहायक है। यह व्यक्ति को हर प्रकार की परेशानियों से उबरने में मदद करता है।
- दृढ़ विश्वास: इसका जाप व्यक्ति में आत्मविश्वास और दृढ़ विश्वास पैदा करता है। यह जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को सक्षम बनाता है।
इस मंत्र का जाप व्यक्ति को मानसिक शांति, शारीरिक स्वास्थ्य, और आत्मिक उन्नति प्रदान करता है। इसके साथ ही, यह समृद्धि, ऐश्वर्य और समस्याओं के समाधान के लिए भी एक महत्वपूर्ण साधन है।
FAQ
इस मंत्र किसने लिखा है
इस गायत्री मंत्र की रचना किसी ने नहीं की है, बल्कि यह गायत्री मंत्र का ही एक रूप है और गायत्री मंत्र को ऋषि विश्वामित्र ने लिखा था
क्या इस मंत्र को जपने के लिए किसी गुरु की आवश्यकता है?
नहीं, इस मंत्र को जपने के लिए गुरु की आवश्यकता नहीं है। इसे आप स्वयं श्रद्धा और विश्वास से जप सकते हैं।
क्या इस मंत्र का जाप परिवार की सुख-शांति के लिए किया जा सकता है?
हां, यह मंत्र परिवार की शांति, समृद्धि, और कल्याण के लिए बहुत प्रभावी है।
क्या इस मंत्र का जाप समूह में किया जा सकता है?
हां, समूह में जाप करने से सामूहिक ऊर्जा का निर्माण होता है और यह सभी के लिए लाभकारी होता है।

मैं मां दुर्गा की आराधना और पूजा-पाठ में गहरी रुचि रखती हूँ। गायत्री मंत्र का रोजाना जाप करती हूँ। मां दुर्गा से संबंधित मंत्र, आरती, चालीसा और अन्य धार्मिक सामग्री साझा करती हूँ। मेरा उद्देश्य भक्तों को सही पूजा विधि सिखाना और आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित करना है।