बगलामुखी गायत्री मंत्र एक दिव्य मंत्र है, जो बगलामुखी देवी जिन्हें महाक्रूरा देवी भी कहा जाता है, के शक्तिशाली रूप और सामर्थ्य का वर्णन करता है। Baglamukhi Gayatri Mantra व्यक्ति के जीवन में हर प्रकार की नकारात्मकता, गलतफहमी, भ्रम, दोष, और प्रतिकूलताओं को समाप्त करने की क्षमता रखता है। ये देवी दस महाविद्याओं में से आठवीं महाविद्या मानी जाती है।
बगलामुखी देवी का आशिर्वाद प्राप्त करने से न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि भी आती है। यह मंत्र शक्तिशाली तरीके से उन सभी कठिनाइयों को नष्ट करता है, जो किसी व्यक्ति की प्रगति में रुकावट डाल रही होती हैं। यह मंत्र निम्नलिखत प्रकार से है –
मंत्र
ॐ वगलामुख्यै विद्महे, स्तम्भिन्यै धीमहि,
तन्नो देवी प्रचोदयात्।
इस मंत्र का जाप व्यक्ति को आत्मविश्वास और साहस प्रदान करता है, ताकि वह अपने जीवन में आए किसी भी संकट का डटकर सामना कर सके। इसके साथ आप अन्य देवियों के मंत्र जैसे varahi gayatri mantra और lakshmi gayatri mantra का जाप भी अपने नियमित पाठ में शामिल कर सकते है और उनके आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते है।
Baglamukhi Gayatri Mantra की जाप विधि
मंत्र का जाप करने के लिए निम्नलिखित विधि अपनाई जा सकती है:
- स्थान: मंत्र का जाप करने के लिए एक शांत और पवित्र स्थान का चयन करें।
- स्नान: जाप करने से पहले स्नान करके शुद्ध हो जाएं। स्नान से शरीर और मन की शुद्धि होती है, जिससे मंत्र का प्रभाव अधिक होता है।
- आसान: स्नान के बाद एक चटाई ले और उस पर पूरब या पश्चिम दिशा के और मुख करके बैठ जाये।
- मंत्र जाप: अब ऊपर दिए गए बगलामुखी गायत्री मंत्र मंत्र का जाप धीमे और स्पष्ट शब्दों में करें। इस मंत्र का जाप 108 मोतियों के माला पर किया जा सकता है।
- मनन: मंत्र के जाप के दौरान ध्यान केंद्रित करना जरूरी है। देवी बगलामुखी की छवि को मानसिक रूप से याद करते हुए मंत्र का जाप करें।
- संकल्प: मंत्र जाप करते समय अपने लक्ष्य के प्रति एक दृढ़ संकल्प लें। जैसे अगर आप किसी शत्रु या प्रतिस्पर्धा से मुक्ति की कामना कर रहे हैं तो उस संकल्प के साथ इस मंत्र का जाप करें।
- समाप्ति: मंत्र जप के बाद देवी माँ को धन्यवाद कहे। यह आपके समर्पण और श्रद्धा को दर्शाता है, जिससे आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है।
मंत्र जाप से होने वाले लाभ
- विरोधियों से मुक्ति: इस मंत्र का जाप उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो अपने शत्रुओं या विरोधियों से परेशान हैं। यह मंत्र व्यक्ति के विरोधियों को शांत करने और उनके प्रहारों से रक्षा करने का कार्य करता है।
- भ्रम से मुक्ति: यह मंत्र जीवन में आए किसी भी प्रकार के भ्रम या गलतफहमी से निपटने के लिए बहुत प्रभावी होता है।
- वाणी दोष: जिन लोगों को अपने बोलने के तरीके को लेकर समस्याएं आती हैं, जैसे झूठ बोलने की आदत, या किसी का दिल दुखाने की, उनके लिए यह मंत्र बहुत प्रभावी होता है। यह वाणी की शक्तियों को नियंत्रित करता है और सही दिशा में मार्गदर्शन करता है।
- भय से मुक्ति: इस मंत्र का जाप मानसिक डर और नकारात्मक सोच को दूर करने में मदद करता है।
- आत्मविश्वास: यह व्यक्ति को आत्मविश्वास और मानसिक ताकत देता है, ताकि वह अपनी राह में आने वाली किसी भी कठिनाई का सामना कर सके।
- संस्कारों में सुधार: बगलामुखी देवी के इस मंत्र का जाप व्यक्ति के चरित्र को सुधारने और संस्कारों को बढ़ावा देने में सहायक होता है और व्यक्ति को सजग और धर्म के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करता है।
यह मंत्र न केवल शत्रुओं से रक्षा करती है, बल्कि व्यक्ति को मानसिक शांति, समृद्धि, और आध्यात्मिक उन्नति भी प्रदान करती है।
FAQ
मंत्र का जाप करने के लिए सबसे अच्छा समय क्या है?
मंत्र जाप के लिए सुबह सूर्योदय के पहले और शाम को सूर्यास्त के बाद का समय सबसे उत्तम मान जाता है।
क्या इस मंत्र का जाप कोई भी कर सकता है ?
हाँ, इस मंर का जाप कोई भी आसानी से कर सकता है इसके लिए किसी विशेष योग्यता की आवश्यकता नहीं है।
मंत्र का नियमित जाप करना आवश्यक है ?
नहीं, आप केवल विशेष अवसर पर भी मंत्र का जप कर सकते है जैसे- बालमुखी जयंती, मंगलवार और रविवार के दिन।

मैं मां दुर्गा की आराधना और पूजा-पाठ में गहरी रुचि रखती हूँ। गायत्री मंत्र का रोजाना जाप करती हूँ। मां दुर्गा से संबंधित मंत्र, आरती, चालीसा और अन्य धार्मिक सामग्री साझा करती हूँ। मेरा उद्देश्य भक्तों को सही पूजा विधि सिखाना और आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित करना है।